काश, ज़िन्दगी सचमुच एक क़िताब की तरह होती
एक पल के लिए मैं वक़्त से कुछ पल चुरा कर
पीछे चली जाती और उन मीठी यादों को फिर से
जी लेती....!!
काश, ज़िन्दगी सचमुच एक किताब होती
टूटे सपनों को फ़िर से अरमानों में सजा लेती
तेरे प्यार का फ़ितूर फ़िर से चढ़ा लेती
ख़रोंच कर उन यादों को फ़िर से ताज़ा कर लेती
पलकों पर बिठा उन यादों को
अपनी आँचल में छुपा लेती..!!
©Rishnit❤️
#एकपलकेलिए
@Pramodini Mohapatra Jyoti Duklan @sonu pareek