"#1
बहोत कुछ हैं दिल क़े पास बताने को,
कहाँ से शुरू करू इस तराने को,
हैं कुछ इच्छाएं अधूरी और उम्मीदों का जाल भी
अफ़सोस, कोई था नहीं ज़िन्दगी के बारे में समझाने को !!"
#1
बहोत कुछ हैं दिल क़े पास बताने को,
कहाँ से शुरू करू इस तराने को,
हैं कुछ इच्छाएं अधूरी और उम्मीदों का जाल भी
अफ़सोस, कोई था नहीं ज़िन्दगी के बारे में समझाने को !!