White सवालों के उपजे हुए मस्तिष्क कुछ और नहीं दवा | हिंदी Shayari Vide

"White सवालों के उपजे हुए मस्तिष्क कुछ और नहीं दवा दारू, जश्न ए शाम कुछ और नहीं.... एक भूख है शब्दों को बो देना कुछ और नहीं आम सी घरो में रह क़लम उठाना इससे अच्छा कुछ और नहीं जंग ए वजूद की धरोहर रहना मिठास, वियोग संग समतुल्य नौतिक गह देना फिर भी उन्माद ए लफ़्ज़ों में सब समाहित कर देना ये कुछ और नहीं... हमारी प्यारी लेखिका दी ही है..... ©Dev Rishi "

White सवालों के उपजे हुए मस्तिष्क कुछ और नहीं दवा दारू, जश्न ए शाम कुछ और नहीं.... एक भूख है शब्दों को बो देना कुछ और नहीं आम सी घरो में रह क़लम उठाना इससे अच्छा कुछ और नहीं जंग ए वजूद की धरोहर रहना मिठास, वियोग संग समतुल्य नौतिक गह देना फिर भी उन्माद ए लफ़्ज़ों में सब समाहित कर देना ये कुछ और नहीं... हमारी प्यारी लेखिका दी ही है..... ©Dev Rishi

#Moon

People who shared love close

More like this

Trending Topic