अपने खयालो में जो मज़ा मैं चख चुकी हूँ खुद की मुहब्

"अपने खयालो में जो मज़ा मैं चख चुकी हूँ खुद की मुहब्ब्त में लिपटने का , वो असलियत में बस बदल जाए, और के लिए जीते जीते अब कहीं मैं ही खुद में मर ना जाऊँ, आज़ाद हो जाऊँ कुछ लफ़्ज़ों , फ़र्ज़ों की गुलामी से , कहीं फिर से अपने ऊपर थोपे जज़्बातों की बली ना चढ़ जाऊं। @100fia Gulati✍️"

 अपने खयालो में जो मज़ा मैं चख चुकी हूँ
खुद की मुहब्ब्त में लिपटने का ,
वो असलियत में बस बदल जाए,
और के लिए जीते जीते अब कहीं मैं ही खुद में मर ना जाऊँ,
आज़ाद हो जाऊँ कुछ लफ़्ज़ों , फ़र्ज़ों की गुलामी से ,
कहीं फिर से अपने ऊपर थोपे जज़्बातों की बली ना चढ़ जाऊं।
  

                 @100fia Gulati✍️

अपने खयालो में जो मज़ा मैं चख चुकी हूँ खुद की मुहब्ब्त में लिपटने का , वो असलियत में बस बदल जाए, और के लिए जीते जीते अब कहीं मैं ही खुद में मर ना जाऊँ, आज़ाद हो जाऊँ कुछ लफ़्ज़ों , फ़र्ज़ों की गुलामी से , कहीं फिर से अपने ऊपर थोपे जज़्बातों की बली ना चढ़ जाऊं। @100fia Gulati✍️

#reading

People who shared love close

More like this

Trending Topic