कालिदास जी ने लिखी मेघदूत में यक्ष या यक्षिणी की प्रेम कहानी है
उनकी विरह वेदना है
और कवि नगरजन ने कालिदास पर लिखा
और कहा....
कालिदास सच सच बताना
अमल धवल गिरी के शिखर पर तुम कब तक सोए थे
प्रियवर रोया यक्ष या या तुम रोये थे?
©harshitabhardwaj
#ramsita एक कवि की पीड़ा 💐