"White डम डम डम डम डमरू बाजे !
भूत बेताल मिलजुल साजे !!
गले बिराजे विषधर माला !
तन पर पहने मृग के छाला !!
बैल बसहबा बने सवारी !
हरे विपद सब संकट भारी !!
शीश जटा से निकली गंगा !
शीतल करती उनके अंगा !!
नीलकंठ है नाम तुम्हारे!
सब का जीवन तुही सम्हारे !!
जय जय जय जय शंकर दानी !
महिमा तोहर देव बखानी !!
©writer Ramu kumar
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