"Dhoni एक शाम क्या ढली,
एक उम्र ही गुजर गया,
जिसने भी सुना,
वो मानने से ही मुकर गया,
जिसे देखते ही
चेहरे की खूबसूरती निखर जाती थी,
आज वो ही शख़्स
मुकद्दर(उदास) कर गया,
एक शाम क्या ढली,
एक उम्र ही गुजर गया@mkla"
Dhoni एक शाम क्या ढली,
एक उम्र ही गुजर गया,
जिसने भी सुना,
वो मानने से ही मुकर गया,
जिसे देखते ही
चेहरे की खूबसूरती निखर जाती थी,
आज वो ही शख़्स
मुकद्दर(उदास) कर गया,
एक शाम क्या ढली,
एक उम्र ही गुजर गया@mkla