मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
उतनी दफा मैंने तुझ को पुकारा है
अग़्यारों के बीच असफ़ार में रह कर
तेरी जूस्तजू मैं मैंने दिन अपना गुज़ारा है
©Bhupendra Rawat
#loversday मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
उतनी दफा मैंने तुझ को पुकारा है
अग़्यारों के बीच असफ़ार में रह कर
तेरी जूस्तजू मैं मैंने दिन अपना गुज़ारा है