वो जगह खास हो गई जहां
तुम मिले वो दिल के पास हो गई
वो खिड़की मेरी दर हो गई जहां
से तुम्हारा दीदार हो वो मन्दिर हो गई
वो राहें ऐसे कई मंजर गुजार गई
जहां राह चलते वो नजरें टकरा गई
वो हसीं बरसों से सबसे छुपाई गई
तुम्हे देख वो फिर चेहरे पे आ गई
©Rajender(16 feb. 2024)
#Glazing