"बेईमानी किसी भी कीमत पर माफ नहीं है ll
फिर भी, किसी की भी नियत साफ नहीं है ll
पाप करने के बाद पूजा-पाठ करना,
मात्र अलाप है यह, पश्चाताप नहीं है ll
आपको पढकर लगता होगा मगर,
मेरी कलम किसी के खिलाफ नहीं है ll
सच में सच खचाखच भरा होता है,
झूठ में झूठ का कोई अनुपात नहीं है ll
दु:ख सुख में लोगों का मिलना जुलना,
नफरत मिलाप है, भरत मिलाप नहीं है ll"
©Akhilesh Dixit
#Apocalypse