बरसातों के इस मौसम में तु बोहुत याद आता है सीने मे | हिंदी शायरी

"बरसातों के इस मौसम में तु बोहुत याद आता है सीने में आग लगा दे जब भी ये सावन आता है निकल जाता है ये भी तनहा में मौसम तु सावन जाने के बाद आता है । जब ये बारिश की बूँद मेरे सीने पे आकर जू फ़िसलती है तो दिल करता है के उस के पास चली जाऊं जिसकी याद आती है समझा करों मेरे सनम ये मौसम बड़ी मुश्किल से आता है सीने में आग लगा दे जब भी ये सावन आता है जब भी ये सावन आता है__________________ Thanks ©Deep maan writer"

 बरसातों के इस मौसम में तु बोहुत याद आता है सीने में आग लगा दे जब भी ये सावन आता है 
निकल जाता है ये भी तनहा में मौसम तु सावन जाने के बाद आता है ।
जब ये बारिश की बूँद मेरे सीने पे आकर जू फ़िसलती है तो दिल करता है के उस के  पास चली जाऊं जिसकी याद आती है  
समझा करों मेरे सनम ये मौसम बड़ी मुश्किल से आता है 
सीने में आग लगा दे जब भी ये सावन आता है 
जब भी ये सावन आता है__________________
Thanks

©Deep maan writer

बरसातों के इस मौसम में तु बोहुत याद आता है सीने में आग लगा दे जब भी ये सावन आता है निकल जाता है ये भी तनहा में मौसम तु सावन जाने के बाद आता है । जब ये बारिश की बूँद मेरे सीने पे आकर जू फ़िसलती है तो दिल करता है के उस के पास चली जाऊं जिसकी याद आती है समझा करों मेरे सनम ये मौसम बड़ी मुश्किल से आता है सीने में आग लगा दे जब भी ये सावन आता है जब भी ये सावन आता है__________________ Thanks ©Deep maan writer

Deep maan Lyrics मौसम Romantic ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

#Smile

People who shared love close

More like this

Trending Topic