वक्त के साथ सच है कि बहुत कुछ
बदल जाता हैं,लेकिन ये कब किसने
सोचा था कि इतना बदल जाता
हैं,पहले तो रिश्ते दिल से जुड़ते
और आखरी सासो तक साथ निभाते थे,लेकिन अब तो रिश्ते मतलब के
हो गए हैं जब दिल करे
तो साथ और जब दिल करे तो
रिश्ते टूट जाते है।।
©गुमनाम शायर
#बदलते रिश्तों के मायने