कभी ख़त्म नहीं होता ये ख्वाहिशों का सिलसिला
दिन-ब-दिन मन में बड़ता रहता है ये जलज़ला।
ख्वाहिशें सबकी बेमिसाल है
इन पर रोक लगाना किसी की ना बस की बात है।
मैंने पूछा - कब तक ये सिलसिला चलता रहेगा
मेरे मन ने कहां - जब तक तू सांसे लेता रहेगा।
ख्वाहिशों का सिलसिला💫
कभी ख़त्म नहीं होता ये ख्वाहिशों का सिलसिला
दिन-ब-दिन मन में बड़ता रहता है ये जलज़ला।
ख्वाहिशें सबकी बेमिसाल है
इन पर रोक लगाना किसी की ना बस की बात है।
मैंने पूछा - कब तक ये सिलसिला चलता रहेगा
मेरे मन ने कहां - जब तक तू सांसे लेता रहेगा।