"यहाँ सारे गवाह मर चुके हैं, गवाही कौन देगा ll
तबाही पर वाह कर चुके हैं गवाही कौन देगा ll
जिनके अहंकार को वक्त ने जमींदोज किया,
वो सारे शहंशाह मर चुके हैं गवाही कौन देगा ll
जिनसे उम्मीद थी मुंह खोलेंगे, सच बोलेंगे,
वो सारे गुनाह कर चुके हैं, गवाही कौन देगा ll
नयनों में बंद सबूत थे पर ज्यादातर झूठ थे,
नयन गुमराह कर चुके हैं गवाही कौन देगा ll
आय के बढ़ने से न्याय का घटना, ये संकेत बुरे हैं,
हम बार-बार अगाह कर चुके हैं गवाही कौन देगा ll
तस्वीर के लिए संबंधित मालिक का श्रेय एवं धन्यवाद!
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©Krishna
#"यहाँ सारे गवाह मर चुके हैं, गवाही कौन देगा ll
तबाही पर वाह कर चुके हैं गवाही कौन देगा ll
जिनके अहंकार को वक्त ने जमींदोज किया,
वो सारे शहंशाह मर चुके हैं गवाही कौन देगा ll
जिनसे उम्मीद थी मुंह खोलेंगे, सच बोलेंगे,
वो सारे गुनाह कर चुके हैं, गवाही कौन देगा ll