उसे लगता है कि मै बदल रही हू
जो कल तक थी वो आज नहीं हू
सच पूछो .. यह मुझे खुद भी नहीं पता
हो क्या रहा है मेरे साथ
लोगों के भीड़ में भी
बन जाती हू अकेले
मन नहीं करता फिर से
किसी का विश्वास लू या प्यार
क्योंकि अंत तक
रह जाती हू अकेली
इस भीड़ वाली जिंदगी में
नहीं रह जाता कोई
तउम्र साथ देने वाला
©कंचन
#alone feeling