रब भी ना जाने कैसे रिश्ता बना देते है कब कहां कैसे किस्से मिला देते है जिसको कभी जानते तक भी नहीं हैं उसी इंसान को हमारे जीने का रिश्ता बना देते हैं
©Arun Mahra
रब ने जाने कहां किस्से मिला देते हैं पर वक्त आते आते ही रिश्ता के साथ जोड़ी मिला देते हैं