वो लड़की नहीं जन्नत की सौगात है,
उसकी हर अदा में मुख्तलिफ सी बात है।
क़यामत होती है उसकी सादगी में भी,
उसकी मुस्कुराहट की मोहताज ये बरसात है।
उठी पलको में उसके सुबह का मंजर है,
उसकी झुकी पलको की इनायत ये शाम
की लम्हात है।
चाँद भी हल्का सा अक्स है उसके नूर का,
उसकी बिखरती हुई जुल्फों का करम ये
चाँदनी रात है।
सारी क़ुदरत भी है निसार उसपर,
उसकी आँखों में ही पूरी क़ायनत है।
©Aarzoo smriti
#Wo ladki nhi jannat ki saugat hai...