Life Like नजर को नजर ने देखा,
नजर ने नजर को परखा,।
नजर ने नजर पर किया भरोसा,
नजर ने ही नजर से खाया धोखा। ।
नजर को नजर ने रोका,
न चख इश्क का चोखा।
महसूस कर नजर का झोंका,
वर्ना पत्तों सा ढह जाएगा तेरा झरोखा। ।
नजर के आगे तेरा हर सिक्का खोटा,
वज़ूद तेरा आगे इसके बिल्कुल छोटा।
नजर पे है नजर का पहरा मोटा,
नजर में खोया मेरा लोटा। ।
काश!नजर के आगोश में ना आया होता,
नजर को नजर ने ना भाया होता।
बेफिक्र हो के मैं सोता,
आइने के बग़ल बैठ यूँ न रोता। ।
written by संतोष वर्मा azamgarh वाले
खुद की जुबानी। ।
©Santosh Verma
#Najar#Najar