चलो चलें कोई मुलाकात करते हैं।
कोई मोड़ हो या कोई राह ही सही...
गुफ्तगू हो दो पल की या रात ढल जाए बातों में ही..
आओ! चलो दिल से दिल की बातें करते हैं...
थोड़ा तुम कहना कुछ हम सुनेंगे
कुछ राज़ हो अगर या खोलना हो दिल के सारे अधुरे किस्से
तुम आंखो से कहना हम इशारे पढ़ लेंगे..
जो रह गए बाकी कुछ अल्फाज़ दिल के, बेखौफ आंखें ही आंखो मे करते हैं।
कल की फ़िकर छोरो, आज को जी भर के जी लेते है,
चलो चलें अब कोई मुलाकात करते हैं..
©Jahanwi Raj
#Love