"White आई जवानी और छिन गया ,वो प्यार बचपन का,
छूटा ममता का आँचल, छूट गया दुलार बचपन का,
कितना मजबूत सहारा था, पिता की उंगली थामना,
वक़्त की बयार में बह गया ,वो उपहार बचपन का ।।
असमंजस में खड़े हैं अब ,उम्र की इस दहलीज़ पर ,
नज़र आता नही जहाँ से ,कोई आधार बचपन का।।
©poonam atrey
"