White राहों का ख़्याल है मुझे, मंज़िल का हिसाब नहीं | हिंदी Shayari Vid

"White राहों का ख़्याल है मुझे, मंज़िल का हिसाब नहीं रखता,, अल्फ़ाज़ दिल से निकलते है, मैं कोई किताब नहीं रखता.... ©Nawab Khan "

White राहों का ख़्याल है मुझे, मंज़िल का हिसाब नहीं रखता,, अल्फ़ाज़ दिल से निकलते है, मैं कोई किताब नहीं रखता.... ©Nawab Khan

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