"यू ही चमकते रहना तुम
दुनिया के हर गलियारों मैं
कभी ढोकर तो कभी ईश्वर मिलेंगे
चलते चलते राहों मै
थोड़ा सी भी निराशा आए
समझना मंजिल अब दूर नहीं
बस चलते रहना क्योंकी
आपकी जीत किसी और के
शब्दों की महोताज नहीं ....
...Ritisha jain"
यू ही चमकते रहना तुम
दुनिया के हर गलियारों मैं
कभी ढोकर तो कभी ईश्वर मिलेंगे
चलते चलते राहों मै
थोड़ा सी भी निराशा आए
समझना मंजिल अब दूर नहीं
बस चलते रहना क्योंकी
आपकी जीत किसी और के
शब्दों की महोताज नहीं ....
...Ritisha jain