💔uffff.. ये बातें तेरी........
कि मैं तुझे छोड़ कर.....
किसी गैर को नही देखूँ गी.......
तु फ़िर बदल जाती हो क्यों जुबान से...
बनाकर यार किसी गैर को....
मेरा दिल क्यों तड़पाती हो....
जो था कभी मेरे हिस्से में...
फिर दोस्त भी मुझे क्यों बनाती हो.... by sagar....😌😞☹️
©HARKESH