मोहब्बत के पैमाने कुछ इस तरह बदल गए
उसकी आंख में जो खून के आंसू थे वो खुशी में बदल गए
और वो जब छोड़कर गए हमें लगा कयामत आ गई
देखकर उसको इस कदर जरा सा हम भी संभल गए
छोड़ दिया
हमने उनको याद करना
बेफिजूल में अपने प्यार का इजहार करना
वो करते हैं बदनाम मुझे गली गली
अब फर्क नहीं पड़ता
बंद कर दिया हमने उनके लिए मंदिरों में फरियाद करना....
अमित माहला
©Dil_k_jajbat05(Amit Mahla)
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