मुमकिन तुझ से ,अब किनारा करना भी नहीं जख्म दिल का | हिंदी शायरी

"मुमकिन तुझ से ,अब किनारा करना भी नहीं जख्म दिल का है ,अब कभी भरना भी नहीं यह सोचना भी दुश्वार है ,वो भूल जाएगा मुझे वो नहीं, तो संग किसी और के चलना भी नहीं कमल ©kamal"

 मुमकिन तुझ से ,अब किनारा करना भी नहीं 
जख्म दिल का है ,अब कभी भरना भी नहीं 

यह सोचना भी दुश्वार है ,वो भूल जाएगा मुझे 
वो नहीं, तो संग किसी और के चलना भी नहीं

कमल

©kamal

मुमकिन तुझ से ,अब किनारा करना भी नहीं जख्म दिल का है ,अब कभी भरना भी नहीं यह सोचना भी दुश्वार है ,वो भूल जाएगा मुझे वो नहीं, तो संग किसी और के चलना भी नहीं कमल ©kamal

#ColdMoon

People who shared love close

More like this

Trending Topic