White ज़िन्दगी के बाद"
बड़ी तेजी से बदल रहा है वक्त, दुनिया
केवल मोबाइल में ही सिमट के रह जाएगी।
ज़िन्दा रहते ही वक्त नहीं है किसी के पास,
बाद मरने के तेरे , फिर तेरी याद किसे आएगी।
अभी भी वक्त है, जिस जिस के दिल कोई
रंज ओ गम , मन की ग्लानि अफ़सोस भरा है।
किसी दिन बैठ के सच्चे मन से, प्रभु चरणों
में समर्पण कर दे, बाकी तेरी राह सुधर जाएगी।
ज़िन्दगी के बाद, इस कदर से भुला देंगे, तेरी
यादों को तेरे सब अपने, जैसे गधे के सर से सींग।
न तेरे बच्चे काबिल न जीवन संगी, अफ़सोस
पितृपक्ष में भी तेरी रूह, प्यासी ही लौट जाएगी।
©Anuj Ray
# ज़िन्दगी के बाद"