पल्लव की डायरी
शोध आसमानो का
,सूरज चाँद को घायल किया जा रहा है
बारूद और गैसों को उनके सीनो में भरा जा रहा है
धरती को खोखला और नर्क बनाकर
उसके अस्तिव को मिटाया जा रहा है
हाय मानव तेरी करतूसो से
सारा संसार जलाया जा रहा है
खोखली हो गयी जिंदगियां
रस और आनन्द जीवन से गायब है
तडपना ही जीवन रह गया
जो जिंदा बन रही लाश है
प्रवीण जैन पल्लव
©Praveen Jain "पल्लव"
#sunlight तडपना ही जीवन रह गया,जो बनी जिंदा लाश है
#nojotohindi