वो मनाते मर जायेंगे हम निभाते मर जायेंगे इक हसीन | हिंदी Shayari
"वो मनाते मर जायेंगे
हम निभाते मर जायेंगे
इक हसीन चेहरें को हम
रुलाते मर जायेंगे
हैं अजीब सा इम्तहाँ हमारे दरम्यां
ये बंधन हम सुलझाते मर जायेंगे
सोचतें है किसी रोज कहदे तुमसे
या फ़िर खुद को समझाते मर जायेंगे"
वो मनाते मर जायेंगे
हम निभाते मर जायेंगे
इक हसीन चेहरें को हम
रुलाते मर जायेंगे
हैं अजीब सा इम्तहाँ हमारे दरम्यां
ये बंधन हम सुलझाते मर जायेंगे
सोचतें है किसी रोज कहदे तुमसे
या फ़िर खुद को समझाते मर जायेंगे