छुप छुप के रोता था मैं तूने हर आखों की बूंद को सर | हिंदी Shayari

"छुप छुप के रोता था मैं तूने हर आखों की बूंद को सरेआम कर दिया, यहां-वहां की परवाह नहीं थी मुझको पर तूने मेरी नजर में ही मेरी इज्जत को नीलाम कर दिया । © Dheeraj kumar"

 छुप छुप के रोता था मैं
 तूने हर आखों की बूंद को सरेआम कर दिया, 
यहां-वहां की परवाह नहीं थी मुझको
 पर तूने मेरी नजर में ही 
मेरी इज्जत को नीलाम कर दिया ।

© Dheeraj kumar

छुप छुप के रोता था मैं तूने हर आखों की बूंद को सरेआम कर दिया, यहां-वहां की परवाह नहीं थी मुझको पर तूने मेरी नजर में ही मेरी इज्जत को नीलाम कर दिया । © Dheeraj kumar

#nojohindi #Feel

People who shared love close

More like this

Trending Topic