अब दिन उकेरुंगा समंदर से पानी लेकर
चस्म-ए-तर है तेरी झीलों से पानी लेकर
मैं बनाऊंगा तीर, भाला, बारूद और जंग
तुम मारकां चली आना घड़े में पानी लेकर
- चन्दन यादव
#abhivyanjana
अब दिन उकेरुंगा समंदर से पानी लेकर
चस्म-ए-तर है तेरी झीलों से पानी लेकर
मैं बनाऊंगा तीर, भाला, बारूद और जंग
तुम मारकां चली आना घड़े में पानी लेकर