मैया कहती है !
कार्तिक के महीने में दीपदान का बहुत महत्व है,
तो हम प्रातः काल बेला में मैया तुलसा पर दीप अर्पण कर दिन की शुरुआत करते हैं,
मैया बताती है!
कार्तिक के महीने में श्री धाम वृंदावन की भूमि की राज का बहुत महत्व है वहां पर श्री मां यमुना जी के दर्शन और स्नान का भी बहुत महत्व है, तो हम कभी सुबह कभी शाम को श्री धाम वृंदावन में मां यमुना जी की दर्शन करने और वहां दीपदान करने जाते हैं। जब सूरज ढल जाता है तो अपने द्वारा के बाहर भी दिए रखे जाते हैं यह परंपरा तो पूरी वृंदावन में साल भर भी चलती है। ब्रह्म मुहूर्त बेला से लेकर रात्रि होने तक कीर्तन समारोह शुरू हो जाते हैं जो हर जगह आपको करते हुए नजर आ जाएंगे। हरे कृष्णा कीर्तन श्री राधा रानी का जपना या फिर हर जगह आपको श्रीमद् भागवत गीता का वाचन करते हुए हर जगह लूप मिल जाएंगे। कार्तिक का महीना वृंदावन में एक बहुत बड़े उत्सव की तरह मनाया जाता है। जैसे पूरे विश्व भर में दीपावली का उत्सव दीपों से जलाकर मनाया जाता है और रोशनी की जाती है वैसे ही कार्तिक के महीने में पूरे महीने दीपक सब चलता है,बहुत ही सुंदर उत्सव होता है। इसी महीने में दीपावली जो विश्व भर में मनाई जाती है उसके बाद देव दीपावली का उत्सव आता है। जिसे शायद बड़े-बड़े शहरों में कभी लोग अब जानते हैं लेकिन आज भी यह उत्सव महादेव की नगरी काशी में बहुत ही सुंदर तरीके से मनाया जाता है जिसे देखने विश्व भर से लोग आते हैं और इस उत्सव को सभी नदी या बहते हुए पानी में दीपदान करके उसे बनाया जाता है और घरों को भी इस दिन दीपों से सजाया जाता है।
मैया कहती है!
कार्तिक के महीने में ब्रह्म मुहूर्त मेला में स्नान आदि करके कार्तिक का महत्व सुनना चाहिए और दीपदान अवश्य करना चाहिए और जितना हो सके उतना हरि नाम का जाप करना चाहिए।
हरे कृष्णा 🙏🪔