चार दिन क़ी जिंदगी मे से तीन दिन तो कट चुके
आज जिंदगी का आखरी दिन भी आ गया है
अब जाती हुई जिंदगी का जश्न मनाये कैसे
दिल कुछ और कहता है ज़ुबा कुछ और ही कहती है
हमे समझ मे नहीं आता कौन उनमे सही बोल रहा..तुम ही बताओ पता लगाए कैसे
©Arora PR
चार दिन क़ी जिंदगी