किसी भी राष्ट्र की प्रगति को
राष्ट्र में वर्तमान महिलाओं की प्रगति से
मापन किया जाना चाहिए।
✍🏻...डॉ. भीमराव अम्बेडकर
©Anil Ray
बादशाह-ए-कलम..........✍🏻🙏🏻
दुनिया की प्रत्येक विचारधारा ने लाखों-करोड़ो मानवों का रक्त बहाकर एक रक्तरंजित बाढ में स्वयं के वज़ूद को स्थापित किया। सत्ता की लालसा और शक्ति के प्रत्येक शब्द के पीछे असंख्य लोगों का हाहाकार, अनाथों की करुण चीत्कार एवं विधवाओं का दयनीय अश्रुपात सदैव विद्यमान रहा है। इनका प्रधान कारण विचारधारा को ताकत (तलवार) के बल पर स्थापित करना रहा है। इन सबसे अलग कलम के बादशाह विश्व रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी ने कलम को हथियार बनाकर वैचारिक क्रांति द्वारा समता, स्वतंत्रता, बन्धुता,