" कितना मुश्किल है ख़ुद को ही ख़ुद के दिल की सीपी में ढाल कर रखना आप के पास तो लाखों होंगे मेरे वाला सँभाल कर रखना .. ! "
©घनश्याम कुमार
" कितना मुश्किल है ख़ुद को ही ख़ुद के दिल की सीपी में ढाल कर रखना आप के पास तो लाखों होंगे मेरे वाला सँभाल कर रखना .. ! "