अब क्या बोलूं मैं तुमको"
रुक जाते तो अच्छा था,
दिल मेरा दर्द का मारा है।
अब क्या बोलूं मैं तुमको,
बस इक तेरा ही सहारा है।
तू ना तड़पेगी पता है मुझको,
पर तेरी तड़पने मुझको मारा है।
अब क्या बोलूं मैं तुमको ,
बस इक तेरा ही सहारा है।
आना जाना कब छोड़ोगी,
अब दिल को नहीं गवारा है।
अब क्या बोलूं मैं तुमको ,
बस इक तेरा ही सहारा है।
©Anuj Ray
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