White सत्य को धोखा,
एक बार नही,
बार बार मिलता है,
खुशनसीबी के फूल,
बार बार कब खिलता है,
अजब मेरी किस्मत है शिवा,
जो भी मिलता है,
पीठ पर ही वार करता है।
#कलमसत्यकी ✍️©️
©Dr. Satyendra Sharma #कलमसत्यकी
#bike_wale सत्य को धोखा,
एक बार नही,
बार बार मिलता है,
खुशनसीबी के फूल,
बार बार कब खिलता है,
अजब मेरी किस्मत है शिवा,
जो भी मिलता है,
पीठ पर ही वार करता है।