मात्र भाषा नहीं
एक भाव है हिंदी
एक अहसास है हिंदी
एक उल्लास है हिंदी
कभी माँ की ममता सी
तो पापा का दुलार है कभी
आँगन में खेलती गौरैया सी
हम सबका प्यार है हिंदी।
पोषित है जिससे हम
पल्लवित है हर भाव जिससे
हमारी मर्यादा हमारी शान है हिंदी
हिंद के नस नस में जो बसी है
संस्कृति और कला की पर्याय है हिंदी
विश्व धरा पर जिसका लहराए परचम
कला विज्ञान की वो मिशाल है हिंदी
जिसके स्वर अक्षर में वैज्ञानिकता भरपूर है
जिसका गौरवशाली साहित्य भंडार है
वो मात्र भाषा नहीं
हमारी मातृ भाषा है हिंदी
मेरे देश की पहचान है हिंदी
हम सब का अभिमान है हिंदी।।।
©Dee . . . . .चातक
#हिंदिदिवस_मातृभाषा