"प्यार आंखों में देख सकते हैं कि चाहत दिल
में कितनी गहरी है,
वो मुस्कुराएं होठ खिल उठते हैं जब मोहब्बत
सांसों में बसती हैं!
सपनों की दुनियां में एक गुलदस्ता गुलाब की
तरह खूब खुश्बू महकती है,,
अपनेपन का नूर चेहरे से झलक ही जाता हैं
जब निगाहों में निगाहें मिलती हैं!!
डीयर आर एस आज़ाद...
©Ramkishor Azad"