जिन रातों में चहका करते थे दो दिल कभी साथ_साथ अब | हिंदी कविता

"जिन रातों में चहका करते थे दो दिल कभी साथ_साथ अब उनपे काली घनेरी रातों का घेरा है ©sumit sahil"

 जिन रातों में चहका करते थे दो दिल कभी  साथ_साथ 
अब उनपे काली घनेरी रातों का घेरा है

©sumit sahil

जिन रातों में चहका करते थे दो दिल कभी साथ_साथ अब उनपे काली घनेरी रातों का घेरा है ©sumit sahil

#jail

People who shared love close

More like this

Trending Topic