राजनेताओं का अहं
जब जब टकराता है।
राष्ट्रों में युद्ध जन्म लेते है
इतिहास यही बताता है।
सैनिक न चाहकर भी
नेताओं की अहं की खातिर
अपना बलिदान देने को
सदा रहते है हाजिर।
नेता या जीत जाते है
या मिलती है उनको हार।
सैनिक और निर्दोष नागरिक
झेलते है युद्ध का प्रहार।
©Kamlesh Kandpal
#Yudh