समाज के इस दौर में तू खुद की पहचान बना
चाहे जो हो जाए तू आगं न के उस पार जा
रोकेगे सब तुझे टोकेगे सब तुझे
बढ़ने पर आगे तेरे बोलेंगे सब तुझे
पुरानी कहानी को मिटा न सकी
तो नई लिखने की शुरुआत कर
लेकिन
तू प्रयास तो कर
बंदिशे अनेक होगी rahie भी आसान n hogi
चलना मुश्किल होगा मंजिले भी नाकाम होगी
आगं न कि इस दुनिया को छोड़, दुनिया के aagan मै चल
डर आख़िर h तुझे किस बात का ,तू aagan के पार तो चल
©prity
#Wish