White ।।जीवन और पंचतत्व ।।
मेरी कुछ बातें तुम उन तक
उनकी मुझ तक पहुंचाती थी
वो खुशबू उसके गेसू की तुम
हर झोंके मुझ तक लाती थी
मैं साधक तो तुम साधन मेरी
बहती चलती बस संग मेरे
जब जब मायूसी छाई तब
तुम पवन मुझे बहकाती थी ।।
जारी है......
©Dinesh Paliwal
#alone