क्यों ढूंढते वफ़ाये ? उम्मीदों के किताब से; जहाँ रि | हिंदी विचार

"क्यों ढूंढते वफ़ाये ? उम्मीदों के किताब से; जहाँ रिश्ते बनते हों, जरूरतों के हिसाब से।"

 क्यों ढूंढते वफ़ाये ?
उम्मीदों के किताब से;
जहाँ रिश्ते बनते हों,
जरूरतों के हिसाब से।

क्यों ढूंढते वफ़ाये ? उम्मीदों के किताब से; जहाँ रिश्ते बनते हों, जरूरतों के हिसाब से।

क्यों आश लगाए हो,
उम्मीदों के किताब से;
जहाँ रिश्ते बनते हों,
जरूरतों के हिसाब से।

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