माँ भारती पर आतंकवाद रिश्वतखोरी गद्दारी के दाग लगाने वालों , वतन की आबरू लूटने वालों, मत शर्मिंदा करो वतन के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूमने वालों को , आजादी की चिंगारी जलाने वालों को, आजादी के लिए मर मिटने वालों को , वो भी किसी मां के लाल, किसी की राखी , किसी का इश्क ए तमन्ना थे , पर वे स्वार्थी नहीं थे , जुनून था वतन के लिए मर मिटने का .आप उनके जैसी कुर्बानी नहीं दे सकते तो कम से कम उनकी कुर्बानियों की लाज रखने का सलीका सीखिए , शहीदों की रूहों को मिले सुकून ऐसे तरीक़े सीखिए अपनी ही बनाई जंजीरों की गुलामी, गुमनामी , नशे से खुद को आजाद कीजिए और वतन को आबाद कीजिए, जय हिंद
©Rajni Vijay singla
#shaheeddiwas आजादी का सलीका