तुम चाहो मैं चाहूँ,
मैं चाहूँ तो तुम क्यों नहीं,
और तुम ना चाहो, मैं चाहूँ,
मैं गर ना चाहूँ, चाहोगे तुम नहीं,
चाहता सिर्फ मैं उसको जो मेरे पास नहीं,
एक मात्र ख्याल है,
शाही कलम
कोई चेहरा ?
आवाज ?
नाम?
अजी कुछ नहीं ।।
©Manish Jakhmi
तुम चाहो मैं चाहूँ,
मैं चाहूँ तो तुम क्यों नहीं,
और तुम ना चाहो, मैं चाहूँ,
मैं गर ना चाहूँ, चाहोगे तुम नहीं,
चाहता सिर्फ मैं उसको जो मेरे पास नहीं,
एक मात्र ख्याल है,
शाही कलम
कोई चेहरा ?