"आईना बोला मुझसे"
"आईना बोला मुझसे", दिन में सौ बार,
संवर संवर के मेरे, सामने आ जाती हो।
मुझे पता है तुम जिसके लिए सजती हो,
मुफ़्त में यूं ही मेरा, दिल जला जाती हो।
जाओ जाकर के उसपे बिजलियां गिरा दो,
तुम जिस पे दिल ओ जां से, मरी जाती हो।
अब तुम्हें करार ना आएगा, उसके बिना,
ऐ दिल की लगी ,ऐसे ही दिल जलाती है।
©Anuj Ray
# आईना बोला मुझसे"