दिल थाम के बैठे हैं"
आज के देर ना कर, इंतज़ार
में सांस न उखाड़ जाएं ,बड़ी देर से लेटे हैं।
बड़ा गुरूर है इन आंखों को,
देखने का तुझे ,लगा के आस कब से बैठे हैं।
नशा उतर रहा है आंखों से तेरी
चाहत का, न जाने लोग क्या क्या कहते हैं।
बड़ी जमा है भीड़ तुझसे मिलने
को, रवानगी से पहले, तेरा नाम लेकर बैठे हैं।
सुना है जब से तेरे आने का पैग़ाम,
जाने वफ़ा, बड़ी देर से दिल थाम के बैठे हैं।
©Anuj Ray
# दिल थाम के बैठे हैं"