अजीब आदमी हो जी!
फजीहत
फजीहत कहते हो
फजीहत फाड़कर
मैदान में
नहीं उतरते हो
मायूस बैठे मातम मनाते हो!
कुछ तो करो जी
खाल की ही
खजडी
बजाओ
उछलो कूदो
नाचो गाओ
माहौल
तो
जिदंगी
जीने का बनाओ
हऺसो
और
हऺसाओ 🤔🤔🤔
केदार नाथ अग्रवाल द्वारा सॅकलित🙏
©AK Srivastava
मित्र स॑वाद केदार नाथ अग्रवाल दारा सकलित 🙏👍👍👍👍👍