सुनो,
तुमने मुझे जीवन की तरह चाहा ही नहीं,
प्रेम किया सदैव सूखे वृक्षों की तरह,
जिसके पत्तों तक ने उसका संग नही दिया!
जानता हूं मृत्यु निश्चित है,शाश्वत है
सर्वव्यापी और यथार्थ है,
लेकिन मैं मोह माया और रिश्तों के बंधन से
पहले ही मोक्ष पा चुका हूं,
मृत्यु के संग भी नहीं मिलूंगा।
©Drx punam rao
#Her