सुबह का मौसम बड़ा सुहाना
मुहब्बतो का है शामियाना
सुबह की महकी महकी Fiza फिजाए
परिंदे सारे हि च चहाये
सुनाई कोयल भी यह तराना
सुबह का मौसम बड़ा सुहाना
फिजा में केसरी रंग चढ़ा है
यह सूर्य मध्य निकल रहा है
है आसमान का यह मुस्कुराना
सुबह का मौसम बड़ा सुहाना
के कोई मस्जिद से आ रहा है
के कोई मंदिर को जा रहा है
खुदा से अपनी यूं लो लगाना
सुबह का मौसम बड़ा सुहाना
ए वाजिद अपनी कलम चला तू
कलम से अशआर लिखता जा तू
तू अपनी शायरी में सुनना
सुबह का मौसम बड़ा सुहाना
©Sayyad Wajid Ali
#lakeview subh ka mausam